आज शाम को थम जाएगा मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में उप चुनाव के प्रचार- प्रसार का शोर
उत्तर प्रदेश। मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र, रामपुर और खतौली विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव के प्रचार का शोर शनिवार शाम 6 बजे थम जाएगा। उप चुनाव में प्रचार के अंतिम दिन से पहले शुक्रवार को भाजपा, सपा और रालोद ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मैनपुरी और रामपुर में चुनावी सभा कर सपा पर हमला बोला। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मैनपुरी में सघन प्रचार किया।
मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र, रामपुर और खतौली विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव के लिए 5 दिसंबर को मतदान होना है। तीनों क्षेत्रों में शनिवार शाम 6 बजे तक रोड शो, रैलियां, सभा, नुक्कड़ सभा से प्रचार हो सकेगा। शुक्रवार को मैनपुरी में एक छोर पर मुख्यमंत्री योगी ने मोर्चा संभालते हुए सपा पर हमला बोला। वहीं दूसरे छोर पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी डटे रहे। दोनों ने परिवारवाद के खिलाफ पिछड़े वर्ग के रघुराज शाक्य के लिए वोट मांगे।
रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी खतौली में पार्टी प्रत्याशी मदन भैया के लिए घर घर प्रचार किया। भाजपा सरकार के मंत्रियों और पदाधिकारियों ने खतौली में पार्टी प्रत्याशी राजकुमारी सैनी के पक्ष में प्रचार किया। सीएम योगी ने रामपुर में सभा कर आकाश सक्सेना को जिताने की अपील की। वहीं सपा के पूर्व विधायक आजम खान पर भी हमला बोला। उधर, आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम ने भी सपा प्रत्याशी असीम रजा के समर्थन में प्रचार किया।
लोकसभा चुनाव-2024 फतह करने के लिए भाजपा यूपी में मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी के सभी मजबूत दुर्ग ध्वस्त करने में जुटी है। अपनी सियासी जमीन मजबूत करने में जुटी भाजपा मैनपुरी, रामपुर और खतौली के उप चुनाव में विजय पताका फहराकर जनता में बड़ा संदेश देना चाहती है। वहीं, अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए सपा भी कोई कसर नहीं छोड़़ रही है। पार्टी मुखिया अखिलेश यादव मैनपुरी का मजबूत दुर्ग बचाने के लिए न सिर्फ रूठे चाचा को मनाने में सफर रहे बल्कि जनता से भावनात्मक रिश्ता भी कायम कर रहे हैं।
खतौली विधानसभा सीट पर कब्जा बरकरार रखने के लिए भी भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। यहां राष्ट्रवाद का रंग देने के लिए मुजफ्फरनगर दंगे के आरोपी पूर्व विधायक विक्रम सिंह की पत्नी राजकुमारी को मैदान में उतारा है। वहीं, सपा समर्थित रालोद प्रत्याशी मदन भैया के खिलाफ कानून व्यवस्था का मुद्दा बनाया गया है। भाजपा यहां फूंक-फूंककर कदम रख रही है। उप चुनाव में जनता के बीच कोई गलत संदेश जनता न जाए इसके चलते सपाई हुए पूर्व मंत्री धर्मसिंह सैनी की दोबारा ज्वाइनिंग टाल दी गई है।