करीब एक महीने तक चले सियासी संग्राम के बाद आज दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए मतदान हुआ शुरु
दिल्ली। करीब एक महीने तक चले सियासी संग्राम के बाद आज दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए मतदान होगा। दिल्ली राज्य चुनाव आयोग ने इसकी तैयारियां पूरी कर ली हैं। 250 सीटों के लिए 13,638 पोलिंग स्टेशन पर सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हो जाएगा। चाक-चौबंद सुरक्षा इंतजामों के बीच शाम 5:30 बजे तक मतदाता 1349 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। 3360 संवेदनशील मतदान बूथों की वीडियो रिकार्डिंग होगी। वहीं, आम आदमी पार्टी, भाजपा व कांग्रेस समेत दूसरे राजनीतिक दलों ने भी मतदान के लिए कमर कस ली है। पोलिंग एजेंटों की तैनाती के साथ पर्ची बनाने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है।
दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, पोलिंग स्टेशन तक मतदाता 5:30 बजे तक प्रवेश कर सकेंगे। इसके बाद किसी भी मतदाता को अंदर नहीं जाने दिया जाएगा, लेकिन लाइन में लगे सभी मतदाताओं के वोट देने के बाद ही वोटिंग बंद होगी। संभव है कि इससे तयशुदा समय से ज्यादा वक्त लग जाए। आयोग की ओर से जारी पहचान पत्र नहीं होने की स्थिति में भारत सरकार व दिल्ली सरकार की ओर से जारी पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज के माध्यम से मतदाता अपना वोट डाल सकेंगे।
दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त विजय देव ने लोगों से एमसीडी चुनाव में भारी मतदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने से लोकतंत्र मजबूत होता है। इसी कड़ी में सभी दिल्लीवासी अपने मताधिकार के महापर्व का स्वागत करें। उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में पूरी मतदान प्रक्रिया को हम डिजिटल माध्यमों में देख पाएंगे। इस संबंध में मोबाइल एप्लीकेशन ‘निगम चुनाव दिल्ली’ बनाया गया है। साथ ही, इसे विभागीय वेबसाइट से भी जोड़ा गया है। इसके माध्यम से मतदाता और पोलिंग अधिकारियों को आसानी हो रही है। लोग इससे पोलिंग से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
चुनाव में 68 मॉडल पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इन स्टेशनों में मतदाताओं के लिए चाय-पानी के अलावा बैठने की व्यवस्था की जाएगी। वहीं, स्टेशनों पर टेंट लगाकर कवर किया जाएगा। इसके अलावा आयोग ने 68 पिंक पोलिंग स्टेशन भी बनाए हैं। यहां मतदान से लेकर सुरक्षा व्यवस्था तक महिला अधिकारियों व कर्मचारियों के हाथों में होगी। एमसीडी चुनाव में पहली बार पिंक पोलिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं। आयोग ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक मॉडल व पिंक पोलिंग स्टेशन बनाया है।