उत्तराखंड

पिथौरागढ़- चम्पावत लाइन से सुधरी बिजली आपूर्ति- पीसी ध्यानी

– पीएम मोदी ने किया था विद्युत पारेषण लाइन का लोकार्पण

– दीपावली पर बिजली आपूर्ति सुचारू रखने के होंगे प्रयास

– पिटकुल के MD पीसी ध्यानी ने किया समाचार में छपी खबर का खंडन

देहरादून। पिटकुल के प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी ने कहा है कि पिथौरागढ़-लोहाघाट-चम्पावत लाइन का विद्युतीकरण का कार्य दो जून 2023 को पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि 42 किलोमीटर लंबी इस लाइन के पारेषण का कार्य पूरा हो चुका है। इसके बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पारेषण लाइन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि पिटकुल दीपावली के मौके पर बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए संकल्पित है। पिटकुल के मुताबिक पिथौरागढ़-लोहाघाट-चम्पावत लाइन के तैयार होने के बाद विद्युत नियामक आयोग की अनुमति के बाद इसे 33 केवी से ऊर्जाकृत किया गया है। इस लाइन को लेकर एक अधीक्षण अभियंता,एक अधिशासी अभियंता, एक सहायक और एक अवर अभियंता तैनात है। यह पारेषण लाइन का कार्य अलग है और सब स्टेशन निर्माण कार्य अलग है।

पिटकुल ने अमर उजाला की खबर का खंडन किया है कि अखबार ने बिना तथ्यों की परख किये ही एकतरफा न्यूज प्रकाशित कर दी। इसके लिए पिटकुल ने अखबार को खंडन प्रकाशित करने के लिए नोटिस दिया है। इसमें कहा गया है कि 132 केवी चम्पावत-लोहाघाट- पिथौरागढ़ पारेषण लाइन पूरी तरह से तैयार है। चम्पावत का बिजली घर निर्माण कार्य बिल्कुल अलग है। इसे इस लाइन से नहीं जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अमर उजाला ने अपने अखबार में यह खबर बिना किसी तथ्य के ही प्रकाशित कर दी।

पिटकुल के प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी ने कहा है कि कुमाऊं क्षेत्र में पहले ट्रिपिंग और लो वोल्टेज की समस्या थी। इस पारेषण लाइन की वजह से इस समस्या का समाधान हो गया है। उन्होंने कहा कि पिटकुल पूरे प्रदेश में बेहतरीन सेवा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

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