भाजपा को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय से हैट्रिक की आस, 2 बार बाजपुर और 2 बार गदरपुर से विधायक चुने गए हैं पांडेय, शिक्षा मंत्री से जुड़ा मिथक तोड़ने का भी है अवसर
रुद्रपुर (ऊधमसिंह नगर)। संगठन में मजबूत पकड़ रखने वाले व चार बार लगातार विधायक चुने गए शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय पर भाजपा ने पांचवीं बार भरोसा जताया है और उन्हें गदरपुर से प्रत्याशी बनाया है। राजनीति में माहिर पांडेय की पकड़ आमजन में भी हैं। वह दो बार बाजपुर से दो बार गदरपुर से विधायक चुने गए थे।
इस बार पांडेय को न केवल हैट्रिक लगाने का मौका मिला है, बल्कि यूएस नगर में लगातार पांचवीं बार विधायक बनकर रिकार्ड बना सकते हैं। पांडेय वर्ष 2002 व 2007 में बाजपुर और वर्ष, 2012 व 2017 में गदपुर से चुनाव जीते थे। गदरपुर वर्ष, 2002 व 2007 में बसपा से प्रेमानंद महाजन चुनाव जीते थे, जिन्हें अलगे चुनाव में पांडेय ने हराया था। पांडेय के कद को देखते हुए उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया। यह मिथक है कि उत्तराखंड बनने के बाद चार बार विधानसभा चुनाव हुए और जो शिक्षा मंत्री बना, वह अगली बार विधानसभा चुनाव नहीं जीत पाया है। पांडेय को इस बार मिथक तोड़ने का भी अवसर है। हालांकि यह मतगणना के बाद ही पता चल पाएगा।
पार्टी व आरएसएस के बीच बेहतर तालमेल बनाने वाले शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय संगठन के प्रति समर्पित रहते हैं। जब नए कृषि कानून लागू हुए थे तो पांडेय कानून के समर्थन में कुछ किसानों के साथ दिल्ली में केंदीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से मिले थे। इसके बाद किसानों ने पांडेय का गदरपुर में काफी विरोध किया। पांडेय की कार्यशैली व मिलनसार, सादगी को संगठन पसंद करता है। भाजपा ने उन पर भरोसा जताया है कि वह चुनाव जीत सकते हैं।
गदरपुर से शिक्षा मंत्री पांडेय व भाजपा नेता रवींद्र बजाज ने टिकट के लिए दावेदारी की थी,मगर बजाज की खास पकड़ नहीं है। रवींद्र बजाज वर्ष, 2007 में भाजपा से चुनाव लड़े थे। मगर बसपा प्रत्याशी प्रेमानंद महाजन से चुनाव हार गए थे। इसलिए कद्दावर नेता पांडेय को टिकट आसानी से मिल गया। पहले ही पांडेय का टिकट तय माना जा रहा था।