प्रतिक्रिया: मार्मिक अंदाज में जताया लोगों का आभार, हार गए लेकिन संयम और भाषाई मर्यादा नहीं भूले हरदा
हल्द्वानी। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लालकुआं विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए हैं। इस हार से उनके समर्थकों व प्रशंसकों को भारी निराशा हुई है। लेकिन स्वयं हरीश रावत ने निराशा और दुःख के इस असहनीय आघात को एक बहादुर योद्धा की तरह सीने में जज़्ब कर अपनी पराजय को बिना किसी लाग-लपेट के स्वीकार किया है। हार के बावजूद उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज में लालकुआं के मतदाताओं व कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया है। क्या कहा है हरीश रावत ने, उन्हीं के शब्दों में पढ़िए…
”लालकुआं विधानसभा क्षेत्र से मेरी चुनावी पराजय की औपचारिक घोषणा ही बाकी है। मैं लालकुआं क्षेत्र के लोगों से जिनमें बिंदुखत्ता, बरेली रोड के सभी क्षेत्र सम्मिलित हैं, क्षमा चाहता हूं कि मैं उनका विश्वास अर्जित नहीं कर पाया और जो चुनावी वादे उनसे मैंने किये, उनको पूरा करने का मैंने अवसर गवा दिया है, बहुत अल्प समय में आपने मेरी तरफ स्नेह का हाथ बढ़ाने का प्रयास किया। मैं अपने आपको आपके बढ़े हुए हाथ की जद में नहीं ला पाया। कांग्रेसजनों ने अथक परिश्रम कर मेरी कमजोरियों को ढकने और जनता के विश्वास को मेरे साथ जोड़ने का अथक प्रयास किया उसके लिए मैं अपने सभी कार्यकर्ता साथियों को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूंँ। एक बार राजनीतिक स्थिति में स्थायित्व आ जाए, लोगों का ध्यान अपने दैनिक कार्यों पर आ जाए तो मैं, लालकुआं क्षेत्र के लोगों को धन्यवाद देने के लिए उनके मध्य पहुंचूंगा। उन्होंने मुझसे श्रेष्ठ उम्मीदवार को अपना प्रतिनिधि चुना है उनको और उनके द्वारा चयनित उम्मीदवार को मेरी ओर से बहुत-बहुत बधाई और आगे के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं!