देखिये आखिर क्यों दी जा रही है इस नेता की मिसाले
देहरादून। कैबिनेट मंत्री रहे और मिथक तोड़ते हुए शिक्षा मंत्री रहते हुए जीतने वाले अरविंद पांडे ने एक मिसाल पेश की है कल कैबिनेट में नाम ना आने के बाद आज सुबह अरविंद पांडे ने अपना आवास स्वयं ही खाली कर दिया उनसे मिलने उनके कई समर्थक सुबह ही आवास पर पहुंच रहे थे वह सब से मिले परिवार के साथ नाश्ता किया और हंसी खुशी सरकारी बंगला छोड़कर रवाना हो गए वरना सामान्य तौर पर देखा जाता है कि कई नेता हारने अथवा किसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी पर ना होने के बावजूद भी अपना सरकारी बंगला नहीं छोड़ते हैं।
ऐसे में अरविंद पांडे द्वारा मंत्री ना बनाए जाने के दूसरे दिन ही सरकारी बंगला छोड़ दिया यानी अरविंद पांडे ने एक तरीके से उच्च मानदंड सेट किए हैं।