फिनलैंड और स्वीडन जल्द नाटो में शामिल हो सकते हैं
नाटो ने स्पष्ट कर दिया है कि सैन्य संगठन में शामिल होने के लिए यदि फिनलैंड और स्वीडन आवेदन करते हैं तो उन्हें संक्षिप्त और तेज प्रक्रिया के तहत सदस्यता दी जाएगी। इस आशय की जानकारी रविवार को नाटो के महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने संगठन के 30 सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बर्लिन में हुई बैठक में दी। रविवार को ही हेलसिंकी में फिनलैंड के राष्ट्रपति साउली निनिस्तो ने साफ कर दिया कि उनका देश बहुत जल्द नाटो की सदस्यता के लिए आवेदन करेगा। स्वीडन की सरकार के संकेत के बाद वहां के सत्तारूढ़ दल ने नाटो में शामिल होने की पैरवी की है।
कई देशों ने बताई थी जरूरत
जर्मनी सहित कई सदस्य देशों ने फिनलैंड और स्वीडन को नाटो में शामिल किए जाने की प्रक्रिया तेज करने की आवश्यकता जताई थी। जर्मनी की विदेश मंत्री एनलेना बेयरबोक ने प्रक्रिया को तेज करने के लिए हर संभव प्रयास करने का भरोसा दिया। विदेश मंत्रियों की बैठक में नाटो के उप प्रमुख मिर्सिया गोआना ने उम्मीद जताई है कि दोनों देशों की सदस्यता संबंधी औपचारिकताएं जल्द और निर्विरोध संपन्न होंगी।
राष्ट्रपति ने किया एलान
रविवार को सरकार की विदेश नीति संबंधी समिति के साथ बैठक करने के बाद निनिस्तो ने नाटो में शामिल होने के लिए जल्द आवेदन करने की घोषणा की है। इससे पहले शनिवार को निनिस्तो ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर नाटो की सदस्यता से संबंधित चर्चा की थी। पुतिन ने फिनलैंड के नाटो में शामिल होने से द्विपक्षीय संबंधों में नुकसान होने की बात कही है। विदित हो कि फिनलैंड और रूस करीब 1,300 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं।