अतिक्रमण चिन्हित करने पहुंची प्रशासनिक टीम विरोध के चलते बैरंग वापस
हरिद्वार। हाईकोर्ट के आदेश पर बैरागी कैंप में अतिक्रमण चिन्हित करने पहुंची प्रशासनिक टीम को विरोध के चलते वापस लौटना पड़ा। टीम की स्थानीय नागरिकों से जमकर नोंकझोंक भी हुई। अब बुधवार को प्रशासनिक टीम सुरक्षा व्यवस्था के साथ चिन्हितकरण करने की कार्रवाई करने के लिए फिर से पहुंचेगी। हाईकोर्ट ने कनखल के बैरागी कैँप में पसरे अतिक्रमण को चिन्हित कर उसे हटाने के आदेश दिए थे। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने एसडीएम पूरण सिंह राणा को इस बाबत निर्देश दिए थे। एसडीएम ने तहसीलदार शालिनी मौर्य की अगुवाई में सिंचाई विभाग समेत अन्य विभागों की टीम गठित की थी। मंगलवार को तहसीलदार शालिनी मौर्य की अगुवाई में गठित की गई टीम अतिक्रमण चिन्हित करने पहुंची। इधर, टीम के आने की खबर मिलने पर पूरे क्षेत्र में अफरा तफरी का माहौल बन गया। आनन फानन में पार्षद सचिन अग्रवाल की अगुवाई में स्थानीय नागरिक मौके पर पहुंच गए।
लोगों ने उक्त स्थान को बैरागी कैंप की बजाए मोहल्ला शेखुपुरा का खसरा होने का दावा करते हुए टीम का विरोध कर दिया। विरोध होने पर प्रशासनिक टीम ने सूचना कनखल पुलिस को दी। एसओ कनखल दीपक कठैत तुरंत मौके पर पहुंच गए तब कहीं जाकर स्थिति नियंत्रण में आई। लोग खसरा मोहल्ला शेखुपुरा होने का दावा करते हुए टीम से उलझते रहे। तहसीलदार शालिनी मौर्य ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग टस से मस नहीं हुए।