हरक बोले, संवैधानिक पद की शपथ लेने के बाद मेरी एक पार्टी के प्रति नहीं बल्कि पूरे उत्तराखंड के प्रति है जिम्मेदारी व जवाबदेही
देहरादून। वास्तव में राजनीतिक जीवन में सभी राजनीतिक दलों का की एक विचारधारा होती है जिसको लेकर उनकी अपनी अपनी विकास की अवधारणा और जनता के साथ संवाद स्थापित होता है विचारधाराओं को लेकर राजनीतिक दलों के नेताओं के मतभेद भी होते हैं वाद विवाद भी होता है परंतु उसी में एक धारणा ऐसी होती है जो हमको एक बनाती है और वह है प्रदेश को और देश को आगे बढ़ाने वाली सोच और इसी सोच को राजनेता आगे बढ़ाने का काम करते हैं।
जिनमें अलग-अलग राजनीतिक दलों के ऐसे कई नेताओं का स्मरण आता है पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई कई बार अपने भाषणों में कहा करते थे कि जब तक वह पार्टी के पद पर हैं तो वह भाजपा के कार्यकर्ता हैं परंतु संवैधानिक पद की शपथ लेने के बाद वे केवल पार्टी के नहीं बल्कि पूरे देश के प्रति जिम्मेदार हैं जवाबदेही है एवं प्रत्येक समुदाय धर्म प्रांत के नागरिकों का उन पर पहला अधिकार है।
ऐसा ही एक वाकया कुछ दिन पहले जब प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री डॉ हरक सिंह रावत जी एवं वरिष्ठ विधायक उमेश शर्मा काऊ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से मुलाकात करने हेतु देहरादून एयरपोर्ट से दिल्ली जा रहे थे तो उसी फ्लाइट में नेता प्रतिपक्ष अपने परिवार के साथ एक कार्यक्रम में सम्मिलित होने दिल्ली जा रहे थे जिसे मीडिया में अलग प्रकार से प्रस्तुत किया गया।
उत्तराखंड की राजनीति में आजकल के चल रहे घटनाक्रम के परिपेक्ष में मीडिया द्वारा इस प्रकार के चर्चाओं का चलना भी स्वाभाविक ही था किंतु राष्ट्रीय कार्यालय से निकली तस्वीरों में सब कुछ साफ कर दिया परंतु ऐसा ही एक दूसरा वाकिया आज माननीय मंत्री डॉ हरक सिंह रावत जी के आवास पर हुआ जब नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी उनके आवास पर पहुंचे और मीडिया में चर्चा का विषय बन गया।
मीडिया के द्वारा पूछे गए सवालों पर डॉ हरक सिंह रावत ने आश्चर्य व्यक्त किया और कहा कि मैं किसी एक पार्टी का मंत्री नहीं हूं बल्कि उत्तराखंड प्रदेश वासियों के लिए मंत्री पद ग्रहण किया है उनकी समस्याओं को सुलझाने के लिए दायित्वों का पालन कर रहा हूं इस प्रकार की मुलाकातें स्वस्थ राजनीति का परिचायक हैं । वह भी जब नेता प्रतिपक्ष थे तो सरकार के मंत्रियों से लगातार मिला करते थे अपने क्षेत्र की समस्या कार्यकर्ताओं की समस्या लेकर पहुंचते थे और इसी प्रकार से आज जब हम सरकार में हैं तो नेता प्रतिपक्ष भी अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मेरे पास आए हैं और वह उन सभी समस्याओं को गंभीरता पूर्वक समाधान करेंगे।