कैलोरी बर्न करने के लिए जॉगिंग की जगह ये 5 विकल्प अपनाएं, मिलेगा ज्यादा फायदा
अधिक कैलोरी बर्न करने के लिए सबसे अच्छा तरीका एक्सरसाइज करना माना जाता है। जॉगिंग भी एक तरह की एक्सरसाइज है, जिसमें व्यक्ति को धीमी गति में दौडऩा होता है। कुछ लोग ट्रेडमिल पर तो कुछ लोग पार्क में जॉगिंग करते नजर आते हैं। हालांकि, वजन कम करने के लिए यह एक्सरसाइज कभी-कभी बहुत थकाऊ भी हो जाती है। आइए आज कैलोरी बर्न करने के लिए जॉगिंग के पांच विकल्पों के बारे में जानते हैं।
साइकिल चलाना
साइकिल चलाना शरीर में मौजूद अतिरिक्त चर्बी को घटाने की सबसे कारगर एक्सरसाइज में से एक है। अध्ययनों से यह पता चला है कि रोजाना एक घंटा साइकिल चलाने से लगभग 590 कैलोरी बर्न होती है। आप जिम जाते वक्त साइकिल का इस्तेमाल कर सकते हैं, इससे आपकी पैरों की एक्सरसाइज भी होती रहेगी। इसके अलावा साइकिलिंग करने से मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं और इससे घुटने और जोड़ों के दर्द से भी राहत मिलती है।
किक-बॉक्सिंग
किक-बॉक्सिंग एक ऐसी एक्सरसाइज है, जिसे रोजाना 60 मिनट करने से लगभग 900 कैलोरी बर्न की जा सकती है और जल्दी से वजन नियंत्रित किया जा सकता है। हालांकि, इसके लिए आपको किक-बॉक्सिंग के दौरान तेजी से कूदने की जरूरत होती है। बेहतर परिणाम के लिए 10 मिनट की किक-बॉक्सिंग के बाद लगभग दो से तीन मिनट के लिए आराम करें और फिर दोबारा 10 मिनट तक किक-बॉक्सिंग करें।
रस्सी कूदना
अगर आप जॉगिंग की जगह रोजाना रस्सी कूदते हैं तो इससे भी आप 1,074 कैलोरी बर्न कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको रोजाना कम से कम 60 मिनट तक रस्सी कूदनी होगी। इसके अतिरिक्त रोजाना रस्सी कूदने से हृदय के स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और शरीर की तमाम मांसपेशियां बेहतर तरीके से काम करती हैं। इससे शरीर का संतुलन बनाए रखने में भी मदद मिलती है।
स्विमिंग
कैलोरी बर्न करने के लिए ट्रेडमिल पर दौडऩे या तेज धूप में पसीना बहाने की बजाय आप शरीर को ठंडे पानी में रखकर भी एक्सरसाइज कर सकते हैं। स्विमिंग एक बेहतरीन एरोबिक एक्सरसाइज है, जिससे एक साथ पूरे शरीर की एक्सरसाइज होती है। अध्ययनों के मुताबिक, अगर आप रोजाना एक घंटा स्विमिंग करते हैं तो इससे लगभग 510 कैलोरी कम हो जाती है और इससे बढ़ते वजन को नियंत्रित करना आसान हो जाता है।
हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग
हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग एक तरह का कार्डियो वर्कआउट है, जिसे बहुत तेजी से किया जाता है। आधे घंटे तक इस वर्कआउट को करने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और यह 400 से 600 के बीच कैलोरी बर्न करने में मदद कर सकता है। इससे बढ़ते वजन को कम करना आसान हो जाता है। इसके अतिरिक्त यह मांसपेशियों को मजबूत करने के साथ-साथ ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित करने में भी काफी सहायक है।