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नरेन्द्र मोदी के रूप में विशाल भारत को मिला विश्वदृष्टि- सम्पन्न नेतृत्व

डॉ. मोहन यादव
भारत जैसे विशाल देश को विकास के वैश्विक दृष्टि सम्पन्न नेतृत्व की अपेक्षा थी वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में पूरी हो गई है। भारत के हर नागरिक की यही भावना है।

आज भारत देश की वैश्विक साख और गरिमा में जो वृद्धि हुई है उसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है। विश्व शांति की स्थापना में भारत का योगदान हो या प्रौद्योगिकी के विशाल क्षितिज में लंबी उड़ान, यह सब प्रधानमंत्री  की विशाल दृष्टि से संभव हो रहा है। हम सब बदलाव की इस प्रक्रिया को प्रत्यक्ष देख रहे हैं। यह सौभाग्य से कम नहीं है।

मध्यप्रदेश से मोदी\ का विशेष अनुराग है। उन्होंने अपने लोकप्रिय कार्यकम “मन की बात” में प्रदेश में हुए कई नवाचारों का उल्लेख कर मध्यप्रदेश का पूरे देश में सम्मान बढ़ाया है। यह हमारे समय का सत्य है कि हम भारत के नवनिर्माण को अपने सामने होता देख रहे है। भारत के नागरिक के रूप में हम नई वैश्विक पहचान के साथ दुनिया के सामने शान से खड़े हैं और गौरवशाली क्षणों को जी रहे हैं। इन मूल्यवान और ऐतिहासिक क्षणों का उपहार देने के लिए हम अपने राष्ट्र नायक नरेंद्र मोदी  को कोटिश: नमन करते हैं। पूरा देश आज उनका जन्मदिन मना रहा है। वे ऐसे तपस्वी पथ प्रदर्शक हैं, जिनके नेतृत्व में भारत उजाले की ओर बढ़ रहा है। उदासी और अंधेरे को हम पीछे छोड़ आए हैं। भारत को अब ऐसे प्रतिबद्ध जन सेवक का साथ मिला है, जिसके लिए राष्ट्र सर्वोपरि और नागरिक अमूल्य पूंजी है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दीक्षा और भारतीय जनता पार्टी के संस्कारों में रचे-बसे नरेंद्र मोदी का व्यक्तित्व इतना विशाल हो गया है कि उसे शब्दों में बांधना एक चुनौतीपूर्ण काम है। उनके व्यक्तित्व की ऐसी कई विशेषताएं हैं जो नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक हैं चाहे वे किसी भी क्षेत्र में काम करते हों। हम सब उनसे लगातार सीखते रहते हैं। भारत को नरेंद्र मोदी का नेतृत्व ऐसे समय मिला जब भारत अवसाद में डूबा हुआ अंधेरे की तरफ चल पड़ा था। वैश्विक परिदृश्य में एक कोने में खड़ा दिखाई देता था और इसे एक स्फूर्तिदायक, नई दृष्टि और नई ऊर्जा से भरे नेतृत्व की आवश्यकता थी।

राष्ट्रवादी प्रधान नायक:राष्ट्रवादी प्रधान नायक रुप में नरेंद मोदी ने देश में जिस प्रकार राष्ट्रवादी मूल्यों का संचार किया है वह अद्भुत है। इसकी अनुभूति प्रत्येक नागरिक को हो रही है। वर्तमान और भविष्य की एक साथ चिंता उनकी दृष्टि में परिलक्षित होती है। वर्तमान को मजबूत बनाकर भविष्य को सुरक्षित करने का उनका दृष्टिकोण उनकी हर योजना में स्पष्ट रेखांकित होता है। हम कह सकते हैं कि नये भारत के वास्तुकार के रूप में मोदी जी ने न सिर्फ राजनीतिक बल्कि सामाजिक बुनावट और सोच को भी नये आयामों से देखने का अवसर दिया है। भारत को एक सुगठित राष्ट्र बनाने में उन्होंने जो कला-कौशल दिखाया है वह भारत के इतिहास में प्रमुखता के साथ दर्ज होगा।

गुणों की खान: नरेन्द्र मोदी का संपूर्ण व्यक्तित्व एक पाठशाला बन गया है। उनके व्यक्तित्व के कई अनूठे आयाम हम देख चुके हैं, जो हमें आश्चर्यचकित कर देते हैं। उनकी सबसे बड़ी और असाधारण बात है उनके वक्तव्य और भाषण। जितनी स्पष्टता और प्रभावी तरीके से वे अपनी बात रखते हैं वह आश्चर्यजनक है। उनकी दूरदृष्टि या विजन बिल्कुल स्पष्ट होता है। उन्होंने लोगों में विश्वास जगाया है कि भारत में आर्थिक विकास करने और दुनिया में अपना प्रभुत्व कायम करने की क्षमता है। अनुशासित जीवन के प्रति उनके अनुराग ने सभी भारतीयों को प्रभावित और प्रेरित किया है। राष्ट्रीय स्वयसेवक संघ में एक बाल स्वयं सेवक बनने से लेकर प्रधानमंत्री बनने तक उनका जीवन अनुशासित रहा है। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहते हुए, हर पल उत्साह से बिताना और नियमित योग करना उनकी दिनचर्या है। कई अवसर ऐसे आये जब मोदी ने यह सिखाया और प्रयोग करके दिखाया कि कैसे धैर्य और विनम्रता सबसे भरोसेमंद साथी है। इनके सहारे कठिन चुनौतियों से निपटा जा सकता है। मोदी  स्वयं टैकसेवी है और वे खुद को तकनीक के क्षेत्र में होने वाले परिवर्तनों से अपडेट रखते हैं। उनका तकनीकी के प्रति रुझान हमें प्रेरणा देता है कि तकनीकी के साथ बने रहना न सिर्फ स्वयं बल्कि समाज के लिये भी जरूरी है।

इतिहास बदलने वाले कदम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में समय के साथ चलने और समय के पार देखने की अद्भुत क्षमता है। इसीलिए उन्होंने अपने नेतृत्व में जितनी योजनाएं बनाई वे सब वर्तमान को मजबूत बनाते हुए भविष्य को सुरक्षित करने वाली योजनाएं हैं। वर्ष 2047 तक विकसित भारत समृद्ध भारत का मिशन पूरा करने और भारत को विश्व की प्रथम 5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल करने के महान लक्ष्य को पूरा करने में हम रात-दिन मेहनत करेंगे।

योजनाओं को डिजाइन करते हुए मोदी ने इस बात का भी पूरी तरह ध्यान रखा कि केंद्र और राज्य की भूमिका स्पष्ट हो। उनकी परस्पर जिम्मेदारियां स्पष्ट हों ताकि संघीय ढांचे की गरिमा को पर कोई आंच नहीं आने पाए। सभी योजनाओं का उद्देश्य देश को विकसित बनाना और आर्थिक अर्थव्यवस्था को सुधारना है। नागरिकों को अच्छी सुविधाएं आत्मनिर्भर जीवन यापन के अच्छे विकल्प, अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं, अच्छा रोजगार, बेहतर वातावरण आदि उपलब्ध कराना है। प्रधानमंत्री जन धन योजना, स्वच्छ भारत मिशन, स्किल इंडिया मिशन, बेटी बचाओ बेटी पढाओ, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, अमृत योजना, डिजिटल इंडिया मिशन, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, आयुष्यमान भारत योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आत्मनिर्भर भारत ने वर्तमान भारत की तस्वीर बदल दी है। भारतीय लोकतंत्र में एक स्वर्णिम अध्याय शुरू हुआ है और उसमें निरंतर नये-नये आयाम जुड़ते जा रहे हैं।

राष्ट्र नायक मोदी के नेतृत्व में हम सब आशा भरे और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला ऐसा समय देख रहे हैं, जो हमारा सपना था। भारत को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का हमारा सपना जल्दी ही पूरा होगा। आज हम भारतीय इस विकास की गाथा में खुद को भागीदार मानते हैं। “सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास” के मंत्र अब हर नागरिक का सूत्र वाक्य है।

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