ओला लाएगी अपना आईपीओ, पर्सनल फाइनेंस और इंश्योरेंस सर्विसेज भी करेगी शुरू
नई दिल्ली। भारतीय राइड सर्विस कंपनी ओला की 2022 के पहले भाग में अपना इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग लेकर आने की योजना है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह जानकारी कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर भाविश अग्रवाल द्वारा शेयर की गई है। उन्हें बाजार की हाल ही की उथल-पुथल और देश में कुछ स्टार्टअप्स की खराब लिस्टिंग से असर नहीं पड़ा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप द्वारा समर्थित ओला एक सुपर ऐप की तरह कुछ बनाने की तैयारी कर रहा है। कंपनी की योजना अपनी सर्विसेज को मोबिलिटी से आगे बढ़ाकर पर्सनल फाइनेंस और माइक्रो फाइनेंस शामिल करने की भी है। अग्रवाल ने यह जानकारी रॉयटर्स नेक्स्ट कॉन्फ्रेंस को दी है।
अग्रवाल ने इस कंपनी की शुरुआत साल 2010 में की थी। उन्होंने कहा कि वे ऐसी कंपनी नहीं हैं, जिनकी किसी भी चीज पर छोटी अवधि का मत है। छोटी अवधि के लिए बाजार में उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन उससे कंपनी के फैसलों पर कभी असर नहीं पड़ा है। भारतीय कंपनियों ने 2021 के पहले नौ महीनों में अपने इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग के जरिए 9.7 बिलियन डॉलर जुटाने की है। भारतीय डिजिटल पेमेंट्स कंपनी पेटीएम के पिछले महीने शेयर बाजार में खराब डेब्यू से कुछ कंपनियों में चिंताएं आई हैं।
ओला की भारत के कैब सर्विस मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी है। इस बाजार में उसका मुकाबला उबर टेक्नोलॉजीज से है। ओला की आईपीओ के जरिए 1 अरब डॉलर तक की राशि जुटाने की योजना है। जहां ओला की वित्तीय स्थिति में हाल ही के महीनों में सुधार आया है। उन्होंने कहा कि कंपनी कोविड-19 महामारी से झटका मिलने के बाद इसे आगे सुधारने पर काम कर रही है।
अग्रवाल ने कहा कि ओला के कारोबार के लिए उनका विजन एक बड़ा, बड़े स्तर का मोबिलिटी प्लेटफॉर्म है। इसके साथ उन्होंने कहा कि ओला के ऐप में उसके 150 मिलियन ग्राहकों को नई और इस्तेमाल की गई कारों को खरीदने और बेचने की इजाजत मिलती है। इसके साथ वे व्हीकल फाइनेंस और इंश्योरेंस का भी फायदा मिलता है। उन्होंने कहा कि वे ऑफरिंग का विस्तार करना चाहते हैं। इसके साथ वे अपने पर्सनल फाइनेंस सेवाओं और माइक्रो इंश्योरेंस पेश करने के लिए कस्टमर बेस का इस्तेमाल करेंगे।