उत्तराखंडक्राइम

देहरादून में पुलिस ने स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट किया भांडाफोड़, आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

देहरादून। दून के माजरा में स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस ने छापा मारकर इसका खुलासा किया है। इस मामले में ह्यूमन ट्रैफिकिंग के दारोगा हेमंत खंडूड़ी ने पटेलनगर कोतवाली में आरोपी दीपक, रंजीता, चरनजीत, कामिल और राहुल सिंह के खिलाफ अनैतिक व्यापार निवारण के तहत मुकदमा दर्ज करवा दिया।

यह है पूरा मामला
उन्होंने बताया कि स्पर्श स्पा एवं सैलून में सेक्स रैकेट की सूचना मिली थी। इस आधार पर टीम मौके पर पहुंची और इम्पावरिंग पीपल सोसाईटी से ज्ञानेन्द्र कुमार, समर्पण संस्था से मानसी मिश्रा, जिला विधिक प्राधिकरण से समीना, मैक संस्था से जहांगीर आलम को साथ में लिया गया। आईएसबीटी चौकी प्रभारी ओमवीर सिंह एवं पुलिस कर्मी समेत एनजीओ कार्यकर्ताओं ने स्पा सेंटर में दबिश दी।

यहां पर दो कमरों में पुरुष और महिला संदिग्ध अवस्था में मिले। दोनों कमरों में मिले महिला-पुरुषों को मसाज केबिन से निकालकर पूछताछ की गई तो पता चला कि यहां पर गरीबी का फायदा उठाकर लड़कियों को रखा गया था। संचालक दीपक और उसकी पत्नी रंजीता की ओर से लड़कियों को मसाज संग ग्राहकों से शारीरिक संबंध बनाने को कहा जाता था, जिसके एवज में 15 हजार रुपये महीना दिए जाते थे। यहां आठ केबिन और एक सैलून का कमरा मिला। स्पा थेरेपिस्ट, रिसेप्शनिस्ट का पुलिस वेरिफिकेशन नियुक्ति पत्र, थेरेपिस्ट कोर्स सर्टिफिकेट तलब किया गया तो वे दिखा नहीं पाए।
दून में स्पा सेंटरों की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट की शिकायत पर पुलिस ने सख्ती अख्तियार कर ली है। शनिवार देर रात को पुलिस ने 59 स्पा सेंटरों पर छापेमारी की। यहां पुलिस को बड़ी खामियां मिलीं। पुलिस ने 47 सेंटरों का पुलिस एक्ट में चालान किया। इसके साथ ही, उन पर 4.36 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।

एसएसपी दलीप सिंह कुंवर के आदेश पर एसपी सिटी सरिता डोबाल के नेतृत्व में तीन टीमों ने शहर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी की। अधिकांश स्पा सेंटरों में नियमों की अनदेखी की गई थी। इन सेंटरों ने अपने कर्मचारियों का सत्यापन नहीं कराया। मसाज करने वाले युवक-युवतियों के पास भी थैरेपी से जुड़े कोई प्रमाण पत्र न मिले। स्पा सेंटरों में आने वाले ग्राहकों का रिकॉर्ड नियमित रूप से दुरुस्त नहीं किया गया और सीसीटीवी कैमरों को निर्धारित स्थान पर नहीं लगाया गया था। इस दौरान सीओ नरेंद्र पंत, सीओ पल्लवी त्यागी, सीओ दीपक सिंह, निरीक्षक विनोद राणा मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *