चारधाम यात्रा से पहले व्यवस्थाओं पर दिया जा रहा विशेष ध्यान, CS पहुंचे बदरीनाथ-केदारनाथ
चमोली। चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले मुख्य सचिव एसएस संधू ने चमोली में गोविंदघाट और बदरीनाथ धाम पहुंचकर हेमकुंड साहिब और बदरीनाथ यात्रा के व्यवस्थाओं का जायजा लिया. साथ ही रुद्रप्रयाग में केदारनाथ धाम का भी स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने गोविंदघाट गुरुद्वारे में 22 मई को सिखों के पवित्र स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट खोले जाने की तैयारियों को लेकर अधिकारियों संग बैठक की और साथ ही हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने से पूर्व सभी व्यवस्थाओं को जुटाने के निर्देश दिए। जिसके बाद मुख्य सचिव चॉपर से ही बदरीनाथ धाम पहुंचे।
यहां उन्होंने बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत चल रहे कार्यों का स्थलीय निरक्षण किया और साथ ही संबंधित अधिकारियों और निर्माणदायी संस्था को समय से कार्य पूरा करने का निर्देश दिया।मुख्य सचिव ने कहा कि कपाट खुलने के बाद वह प्रत्येक माह बदरीनाथ धाम पहुंचकर मास्टर प्लान के तहत किए जा रहे कार्यों का जायजा लेंगे।
बता दें कि बीते 2 वर्षों से कोरोना संक्रमण के कारण सीमित संख्या में तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम पहुंचे थे, लेकिन इस साल बदरीनाथ धाम के होटलों में जून माह तक की ट्रैवल एजेंसियों द्वारा एडवांस बुकिंग की जा चुकी हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम पहुंचेंगे। वहीं, बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत किए जा रहे निर्माण कार्यों के चलते कुछ होटलों, धर्मशालाओं और सरकारी अतिथि गृह को ध्वस्त किया गया हैं।जिस कारण बड़ी संख्या में बदरीनाथ धाम पहुंचने वाले यात्रियों को रात में रुकने की समस्या से दो चार होना पड़ सकता है।
बदरीनाथ धाम पहुंचे मुख्य सचिव एसएस संधू ने कहा कपाट खुलने से पूर्व धामों में सभी जरूरी व्यवस्थाएं जुटाने के निर्देश दिए गए हैं और साथ-साथ अधूरे पड़े निर्माणकार्यों को जल्द पूरा करने को कहा गया है. बदरीनाथ धाम में तीर्थ यात्रियों की रुकने की वयवस्थाओं को लेकर उन्होंने कहा कि देहरादून में इस मामले को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक हुई थी. ताकि तीर्थ यात्रियों को बदरीनाथ धाम में रुकने में कोई दिक्कत न हो।
8 मई को भगवान बदरीविशाल के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोले दिए जाएंगे।जिसकी तैयारियों और व्यवस्थाओं का जायजा लेने मुख्य सचिव एसएस संधू चमोली दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने गोविंदघाट और बदरीनाथ धाम पहुंचकर हेमकुंड साहिब और बदरीनाथ यात्रा के व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने हेमकुंड साहिब पैदल मार्ग का पुलना गांव तक निरीक्षण किया।वहीं, रुद्रप्रयाग में उन्होंने केदारनाथ धाम में व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया।