बुलंद हौसले और नेक इरादे वाले सीएम धामी के ये चार फैसले बनेंगे नजीर
-धामी अपराधियों पर सख्त, जनभावनाओं की कद्र
– जनता की उम्मीदों पर खरे साबित हो रहे सीएम धामी
देहरादून। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने छह माह के कार्यकाल के दौरान जहां प्रदेश के विकास के लिए कई अहम कदम उठाए हैं ताकि प्रदेश को 2025 में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बना सकें, वहीं उन्होंने जनभावनाओं के अनुरूप कई फैसले लिए हैं। इन फैसलों में विधानसभा सचिवालय में हुई भर्तियों की जांच, यूकेएसएसएससी भर्ती की जांच, महिलाओं को क्षैतिज आरक्षण के लिए सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला और पहाड़ की बेटी अंकिता भंडारी के हत्यारों के रिजॉर्ट पर बुल्डोजर चलाने जैसे फैसले हैं। सीएम धामी ने विधानसभा भर्ती में चल रही मनमानी पर जोर का प्रहार किया है। यूकेएसएसएससी के आरोपियों पर गैंगस्टर लगाई ताकि वह आसानी से न छूटे। विधानसभा में अपने ही मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा की गयी भर्तियों को निरस्त करवाने का साहसी काम किया।
सीएम धामी ने पिछले 22 साल से विधानसभा में चली आ रही मनमर्जी से भर्ती करने की गलत परम्परा को खत्म किया। राज्य गठन में मातृशक्ति का अहम योगदान रहा। उनके लिए क्षैतिज आरक्षण पर रोक के हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी। कुल मिलाकर सीएम धामी के तुरंत लिए गये सख्त फैसलों से उन्होंने जनता का दिल जीतने का काम किया है। वह जनाकांक्षाओं पर खरे उतरे हैं और राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध दिखते हैं।