वर्कफ्रॉम होम से हो रही है कमर दर्द की समस्या, इन आसनों के अभ्यास से पा सकते हैं लाभ
वर्कफ्रॉम और सेडेंटरी लाइफस्टाइल के कारण कमर दर्द की समस्या सबसे अधिक देखने को मिली है। विशेषकर कमर के बीचों-बीच टेल बोन की जगह पर होने वाला यह दर्द काफी असहज करना वाला हो सकता है, जिसमें लोगों के लिए दैनिक जीवन के सामान्य कार्यों को करना भी कठिन हो जाता है। जिन लोगों को कमर दर्द की समस्या रहती है, उन्हें नियमित रूप से योगाभ्यास करने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं किन योगासनों को करने से इस समस्या में लाभ मिल सकता है?
अधोमुख शवासन योग
अधोमुख शवासन योग को कमर दर्द की समस्याओं से राहत दिलाने के लिए विशेष लाभप्रद माना जाता है। यह क्लासिक योग मुद्रा शरीर की स्ट्रेचिंग के लिए काफी कारगर मानी जाती है। विशेषकर शरीर की बड़ी मांसपेशियां, पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों की सक्रियता को बढ़ाने के साथ रीढ़ को सीधा और लचीला बनाने में इस योग के लाभ हैं। अधोमुख शवासन योग कमर दर्द की समस्याओं से राहत दिलाने में आपके लिए बहुत फायदेमंद अभ्यास हो सकता है। रोजाना इसके अभ्यास की आदत बनानी चाहिए।
बालासन योग
बालासन योग या चाइल्ड पोज के अभ्यास को सामान्यतौर पर मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने और पीठ के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इस योग के अभ्यास की आदत मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग करने से लेकर दर्द का कारण बनने वाली समस्याओं को दूर करने में आपके लिए लाभदायक हो सकता है। जिन लोगों को अक्सर पीठ या कमर में दर्द की समस्या बनी रहती है उन्हें दिनचर्या में बालासन योग को शामिल करने से विशेष लाभ मिल सकता है। दिनभर की थकान के बाद सोने से पहले इस अभ्यास की आदत आपको अच्छी नींद पाने में भी मदद करती है।
सेतुबंधासन योग
सेतुबंधासन योग जिसे ब्रिज पोज के नाम से भी जाना जाता है, आपके पीठ और कमर दर्द की समस्या को दूर करने में सबसे सहायक अभ्यासों में से एक है। पीठ के निचले हिस्से के दर्द से राहत दिलाने में इसे सबसे कारगर तरीका माना जाता है। कमर के साथ-साथ कोर, पेट, पीठ, कूल्हे और हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों के लिए भी सेतुबंधासन योग काफी बेहतर योगासनों में से एक है। पैरों को मजबूती देने के साथ थकान को कम करने के लिए भी इसका नियमित अभ्यास किया जा सकता है।